🏦 पर्ल्स (PACL) घोटाला: निवेशकों के लिए SEBI की नई चेतावनी और रिफंड अपडेट 2025
🔍 पर्ल्स (PACL) क्या है?
PACL (Pearls Agrotech Corporation Limited) भारत की एक रियल एस्टेट कंपनी थी जिसने लाखों निवेशकों से ज़मीन बेचने के नाम पर पैसे जुटाए। लेकिन बाद में यह साफ़ हुआ कि यह एक चिटफंड घोटाला था। इस कंपनी ने किसानों और आम जनता को "ज़मीन में निवेश" के नाम पर धोखा दिया। SEBI ने इस घोटाले का खुलासा किया और PACL को अवैध घोषित कर दिया।
🛑 SEBI की नई चेतावनी (जुलाई 2025)
SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने जुलाई 2025 में फिर से एक सख्त चेतावनी जारी की है। इस चेतावनी में कहा गया है:
"कोई भी व्यक्ति PACL या उससे जुड़ी कंपनियों की संपत्ति की खरीद-बिक्री ना करे।"
SEBI ने स्पष्ट किया कि इन संपत्तियों पर अभी भी कानूनी कार्यवाही चल रही है, और इनमें कोई लेन-देन करना अवैध और दंडनीय होगा।
📢 रिफंड प्रक्रिया: निवेशकों के लिए राहत की खबर
SEBI द्वारा नियुक्त लोधा समिति (Retd. जस्टिस आरएम लोधा के नेतृत्व में) PACL निवेशकों को पैसे वापस करने की प्रक्रिया में लगी है। यह रिफंड प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से चल रही है।
✅ अब तक की प्रगति:
- ₹17,000 तक के क्लेम वालों को प्राथमिकता दी जा रही है।
- करीब 1.96 लाख निवेशकों को ₹920 करोड़ से ज़्यादा की राशि वापस दी जा चुकी है।
- जिन निवेशकों को SEBI की ओर से SMS प्राप्त हुआ है, सिर्फ वही अपने मूल प्रमाणपत्र (original PACL certificate) भेजें।
⚠️ ध्यान रखें:
- बिना SMS के प्रमाणपत्र भेजने से आपका दावा खारिज हो सकता है।
- सभी दस्तावेज़ SEBI द्वारा बताए गए पते पर भेजें।
📋 भविष्य की प्रक्रिया कैसी होगी?
SEBI ने संकेत दिया है कि आगे भी नए चरणों में रिफंड जारी रहेगा। निवेशकों को सलाह दी गई है कि वे PACL के पोर्टल और SEBI की आधिकारिक वेबसाइट पर अपडेट चेक करते रहें।
🔗 आधिकारिक पोर्टल:
👮 SEBI की सख्त कार्रवाई
SEBI ने यह भी जानकारी दी है कि PACL की संपत्तियों की नीलामी और कुर्की की प्रक्रिया चल रही है। साथ ही, SEBI ने कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) से PACL का शीघ्रता से परिसमापन (winding up) करने का आग्रह किया है।
यह कार्रवाई इसलिए ज़रूरी है ताकि PACL की संपत्तियों को बेचकर निवेशकों के पैसे लौटाए जा सकें।
💡 निवेशकों के लिए सुझाव
- SEBI की वेबसाइट से जानकारी लें — अफवाहों पर भरोसा ना करें।
- फॉर्म भरने या प्रमाणपत्र भेजने से पहले पुष्टि करें कि आपने SMS प्राप्त किया है।
- किसी भी बिचौलिए या एजेंट से सावधान रहें — SEBI ने किसी को अधिकृत नहीं किया है।
- PACL रिफंड प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और पारदर्शी है।
🔚 निष्कर्ष
PACL घोटाले ने लाखों भारतीय निवेशकों को आर्थिक नुकसान पहुंचाया था। लेकिन SEBI की सतर्कता और न्यायिक कार्रवाई से धीरे-धीरे निवेशकों को राहत मिल रही है। यदि आप भी PACL के पीड़ित निवेशक हैं, तो धैर्य रखें और केवल SEBI की आधिकारिक सूचनाओं पर विश्वास करें।
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