📊 Dixon Technologies पर ब्रोकरेज व्यू: जून-जुलाई 2025 में निवेशकों के लिए क्या संकेत हैं?
Dixon Technologies, भारत की अग्रणी इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी, एक बार फिर चर्चा में है। जून 2025 के अंत और जुलाई के पहले सप्ताह में Dixon के शेयर में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। इस उतार-चढ़ाव के पीछे बड़े ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट्स, टेक्निकल संकेत और कंपनी के बिज़नेस ट्रांजिशन हैं।
इस ब्लॉग में हम Dixon Technologies पर प्रमुख ब्रोकरेज व्यू, टेक्निकल एनालिसिस और निवेशकों के लिए संभावनाओं का विस्तृत विश्लेषण करेंगे।
📈 Dixon Technologies: जून अंत में तेजी, फिर गिरावट
27 जून को Dixon का शेयर ₹14,950 के स्तर तक चढ़ गया था, जो कि पिछले सप्ताह के मुकाबले 4.4% की तेजी को दर्शाता है। Nomura और Equirus जैसे ब्रोकरेज हाउस ने "Buy" और "Add" की रेटिंग दी, जिससे शेयर में उछाल आया।
लेकिन 1 जुलाई को Morgan Stanley द्वारा Underweight रेटिंग और टार्गेट ₹11,563 देने के बाद शेयर में गिरावट दर्ज हुई।
🏦 प्रमुख ब्रोकरेज हाउस के राय और टार्गेट
ब्रोकरेज | रेटिंग | टार्गेट (₹) | दृष्टिकोण |
---|---|---|---|
Nomura | Buy | ₹21,409 | एक्सपोर्ट ग्रोथ कैटालिस्ट |
Equirus | Add | ₹18,000 | निकट भविष्य में तेजी |
Morgan Stanley | Underweight | ₹11,563 | प्रतिस्पर्धा जोखिम, सब्सिडी खत्म |
Phillip Capital | Sell | ₹9,085 | क्लाइंट लॉस, हाई कंपटीशन |
👉 जहाँ Nomura और Equirus Dixon के बिज़नेस मॉडल को भविष्य में सफल मान रहे हैं, वहीं Morgan Stanley और Phillip Capital ने रियलिटी चेक और रिस्क पर ध्यान केंद्रित किया है।
🔍 Dixon Technologies के टेक्निकल संकेत
-
Dixon का शेयर ₹12,000–₹13,000 के रेंज से उछलकर ₹14,000+ के ऊपर ट्रेड कर रहा है।
-
टेक्निकल एक्सपर्ट्स इसे 'गोल्डन बाय ज़ोन' कह रहे हैं।
-
यदि शेयर ₹14,000 से ऊपर बना रहता है तो आने वाले दिनों में ₹15,500–₹15,600 तक की निकट-कालीन तेजी संभव है।
📉 Dixon के सामने चुनौतियाँ
-
Dixon ने हाल ही में Motorola से Karbonn तक क्लाइंट शिफ्ट देखा है, जिससे मोबाइल वर्टिकल पर दबाव पड़ा है।
-
EMS (Electronics Manufacturing Services) इंडस्ट्री में मजबूत प्रतिस्पर्धा और सरकारी सब्सिडी की समाप्ति Dixon के मार्जिन पर असर डाल सकती है।
-
Phillip Capital के अनुसार Dixon को अपनी क्लाइंट स्ट्रैटेजी पर फिर से काम करना होगा।
💹 Dixon Technologies का भविष्य
-
Dixon भारत में मेक-इन-इंडिया और लोकल मैन्युफैक्चरिंग की लहर का बड़ा लाभार्थी है।
-
कंपनी का फोकस TV, मोबाइल, LED लाइटिंग और IT हार्डवेयर पर है—जिन्हें सरकार का सीधा समर्थन भी प्राप्त है।
-
अगर Dixon अपने मोबाइल सेगमेंट की गिरावट को रिकवर कर पाता है और निर्यात बढ़ाता है, तो Nomura के ₹21,409 टार्गेट को छूना मुश्किल नहीं होगा।
📌 निष्कर्ष: निवेशकों के लिए सुझाव
-
टेक्निकल ट्रेंड पॉज़िटिव हैं, ₹14,000 के ऊपर रहने पर नई रैली संभव है।
-
मध्यम से दीर्घकालीन निवेशक Nomura और Equirus की रणनीति अपनाकर Dixon में आंशिक निवेश कर सकते हैं।
-
कम जोखिम पसंद करने वाले निवेशक Morgan Stanley और Phillip Capital के सतर्क रुख को ध्यान में रखें।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें