📊 बैंक ऑफ महाराष्ट्र Q1 FY26 रिजल्ट अपडेट: मुनाफा घटा लेकिन बैलेंस शीट रही मजबूत
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के परिणाम आज 15 जुलाई 2025 को जारी किए। इस बार बैंक का शुद्ध लाभ (Net Profit) पिछली तिमाही की तुलना में थोड़ा घटा है, लेकिन कुल कारोबार और जमा राशियों में सालाना आधार पर अच्छी वृद्धि देखने को मिली है। आइए विस्तार से जानते हैं कि बैंक के प्रदर्शन में क्या रहा खास और क्या संकेत दे रहे हैं इसके आंकड़े।
📈 बैंक के Q1 FY26 परिणामों की मुख्य बातें:
सूचकांक | Q1 FY26 | Q4 FY25 से तुलना |
---|---|---|
शुद्ध ब्याज आय (NII) | ₹2,799.4 करोड़ | 10.2% की गिरावट |
शुद्ध लाभ (Net Profit) | ₹1,295.1 करोड़ | 13.8% की गिरावट |
EPS (प्रति शेयर आय) | ₹3.46 | पिछले तिमाही से बेहतर |
कुल अग्रिम (Advances) | ₹2.41 लाख करोड़ | 15.4% की सालाना वृद्धि |
कुल जमा राशि (Deposits) | ₹3.09 लाख करोड़ | 14.1% की सालाना वृद्धि |
CASA अनुपात | 50.1% | सुधार के संकेत |
🔍 प्रदर्शन में गिरावट क्यों?
इस तिमाही में शुद्ध ब्याज आय (NII) में गिरावट देखी गई, जो बैंक के मुख्य लाभ का हिस्सा होती है। इसका मुख्य कारण रेपो रेट में स्थिरता और ब्याज मार्जिन में दबाव माना जा रहा है। इसके अलावा, प्रोविजनिंग (ऋण हानि के लिए आरक्षित राशि) में भी स्थिरता रही, जिससे शुद्ध लाभ में गिरावट आई।
🏦 बैंक की मजबूती के संकेत
हालांकि तिमाही आधार पर लाभ में कमी आई है, लेकिन बैंक की फंडामेंटल स्थिति मजबूत बनी हुई है। बैंक का CASA अनुपात (चालू और बचत खाता का अनुपात) 50% से अधिक है, जो यह दर्शाता है कि बैंक को सस्ते स्रोतों से फंड मिल रहा है। साथ ही, क्रेडिट ग्रोथ और डिपॉजिट ग्रोथ में भी संतुलित वृद्धि हुई है।
📉 शेयर बाजार में प्रतिक्रिया
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के शेयर परिणाम घोषित होने के बाद ₹56–₹57 के बीच कारोबार करते देखे गए। निवेशकों ने परिणामों को मिलाजुला माना और इसमें हल्की तेजी देखी गई। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, ₹52 पर मजबूत समर्थन और ₹59 के आसपास प्रतिरोध देखा जा रहा है।
📌 तकनीकी विश्लेषण और भविष्य की संभावनाएं
बैंक का तकनीकी चार्ट संकेत देता है कि स्टॉक एक बुलिश वेज पैटर्न से ब्रेकआउट के बाद कंसोलिडेशन में है। यदि यह ₹59 के स्तर को पार करता है, तो इसमें नई तेजी देखने को मिल सकती है। लेकिन, उच्च आकस्मिक देनदारियों (Contingent Liabilities) और कम इंटरेस्ट कवरेज रेशियो जैसी चुनौतियां बनी हुई हैं।
✅ निष्कर्ष
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के Q1 FY26 परिणाम दर्शाते हैं कि बैंक की बुनियादी स्थिति मजबूत है, लेकिन तात्कालिक लाभ पर थोड़ा दबाव है। अच्छी डिपॉजिट ग्रोथ, CASA में सुधार और EPS में बढ़त निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत हैं। हालांकि शुद्ध लाभ में आई गिरावट बैंक के लिए चिंता का विषय हो सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह स्टॉक एक मजबूत पोजिशन में बना हुआ है।
🔎 निवेशकों के लिए सुझाव
यदि आप एक लंबी अवधि के निवेशक हैं और PSU बैंकों में निवेश की सोच रहे हैं, तो बैंक ऑफ महाराष्ट्र को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अच्छे बैलेंस शीट मैनेजमेंट, उच्च CASA और बढ़ती क्रेडिट ग्रोथ इसे एक भरोसेमंद विकल्प बनाते हैं
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