जियो ब्लैकरॉक को मिला सेबी का अनुमोदन: भारत के म्यूचुअल फंड उद्योग में नई क्रांति की शुरुआत
भारत के वित्तीय बाजार में एक नया अध्याय जुड़ गया है। रिलायंस ग्रुप की वित्तीय इकाई जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी ब्लैकरॉक के संयुक्त उद्यम जियो ब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से म्यूचुअल फंड कारोबार शुरू करने की अंतिम मंजूरी मिल गई है।
✅ क्या है जियो ब्लैकरॉक?
जियो ब्लैकरॉक एक 50:50 जॉइंट वेंचर है जिसे अगस्त 2023 में लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य भारतीय निवेशकों को डिजिटल रूप से सुलभ, कम लागत और उच्च गुणवत्ता वाले म्यूचुअल फंड उत्पाद प्रदान करना है। जियो की तकनीकी और उपभोक्ता पहुँच तथा ब्लैकरॉक की वैश्विक निवेश विशेषज्ञता इस गठबंधन को बेहद मजबूत बनाती है।
🧑💼 नई नियुक्ति: सिड स्वामीनाथन बने CEO
ब्लैकरॉक के पूर्व सीनियर एक्जीक्यूटिव सिड स्वामीनाथन को जियो ब्लैकरॉक का मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO नियुक्त किया गया है। स्वामीनाथन के पास इंडेक्स इक्विटी और ग्लोबल फाइनेंसिंग का गहरा अनुभव है। उनकी नेतृत्व क्षमता इस नए उद्यम को दिशा देने में अहम भूमिका निभाएगी।
📈 डिजिटल-फर्स्ट रणनीति
इस वेंचर की खासियत इसकी डिजिटल-फर्स्ट रणनीति है। जियो का विशाल यूजरबेस और डिजिटल प्लेटफॉर्म इसे भारत के छोटे निवेशकों तक पहुंचने का सबसे उपयुक्त माध्यम बनाता है। ब्लैकरॉक की AI-आधारित पोर्टफोलियो प्रबंधन प्रणाली Aladdin इस सेवा को और सशक्त बनाएगी।
💹 बाजार की प्रतिक्रिया
SEBI की मंजूरी की खबर के बाद जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर में लगभग 4% की तेजी देखने को मिली और यह ₹292.30 तक पहुंच गया। निवेशकों और बाजार विश्लेषकों ने इस साझेदारी को भारत के म्यूचुअल फंड उद्योग के लिए गेमचेंजर करार दिया है।
🧭 भविष्य की योजना
जियो ब्लैकरॉक की योजना म्यूचुअल फंड उद्योग के साथ-साथ बीमा और पेंशन जैसे क्षेत्रों में भी विस्तार करने की है। इसका उद्देश्य निवेश को आम जनता के लिए सुलभ, पारदर्शी और लाभकारी बनाना है।
निष्कर्ष
जियो ब्लैकरॉक की यह शुरुआत भारत के फाइनेंशियल सिस्टम में एक नई ऊर्जा का संचार करती है। यह पहल न केवल निवेशकों को वैश्विक मानकों वाली सेवाएं प्रदान करेगी, बल्कि देश में वित्तीय समावेशन को भी एक नई ऊंचाई पर ले जाएगी। डिजिटल और डेटा-ड्रिवन निवेश प्रबंधन का यह मॉडल निश्चित रूप से भारत के युवाओं और मध्यम वर्ग को अपनी पूंजी को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने में सक्षम बनाएगा।