डाबर इंडिया के शेयर 7% गिरे, 52 हफ्तों के निचले स्तर पर पहुंचे – कंपनी के सुस्त आउटलुक से निवेशकों को झटका
डाबर इंडिया के शेयर गुरुवार को 7.25% गिरकर ₹459.65 पर पहुंच गए, जो इसका 52-सप्ताह का न्यूनतम स्तर है। इस गिरावट के साथ कंपनी का बाजार पूंजीकरण मुश्किल से ₹80,000 करोड़ के स्तर पर बना रहा।
डाबर के कमजोर प्रदर्शन से निवेशकों में चिंता
गुरुवार के कारोबारी सत्र में डाबर इंडिया के शेयर 7% से अधिक लुढ़क गए। इसका मुख्य कारण कंपनी द्वारा जनवरी-मार्च 2025 तिमाही के लिए जारी किया गया कमजोर आउटलुक और सुस्त कारोबारी दृष्टिकोण था।
कंपनी ने अपने तिमाही अपडेट में बताया कि सामान्य व्यापार (General Trade) दबाव में रहा, जबकि आधुनिक व्यापार (Modern Trade), ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स ने अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि, एफएमसीजी (FMCG) सेगमेंट की वॉल्यूम ग्रोथ धीमी रही, जिससे तिमाही के लिए राजस्व वृद्धि सपाट रहने की संभावना है।
कमजोर मांग से हुआ नुकसान
डाबर इंडिया के अनुसार,
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देरी से आई और छोटी सर्दियों तथा शहरी बाजारों में सुस्ती के कारण भारतीय एफएमसीजी कारोबार में मिड-सिंगल डिजिट (5-6%) की गिरावट आ सकती है।
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महंगाई और ऑपरेटिंग कॉस्ट में वृद्धि के चलते ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन में 150-175 बेसिस पॉइंट्स की गिरावट देखने को मिल सकती है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार से राहत
हालांकि, डाबर के लिए मिडिल ईस्ट (MENA), मिस्र और बांग्लादेश जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद है। अंतरराष्ट्रीय कारोबार डबल-डिजिट ग्रोथ दर्ज कर सकता है।
शेयरों में भारी गिरावट
कंपनी के इस ऐलान के बाद डाबर इंडिया के शेयर 7.25% गिरकर ₹459.65 पर आ गए, जो 52 सप्ताह का न्यूनतम स्तर है। कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹80,000 करोड़ के करीब रह गया।
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बुधवार को स्टॉक ₹495.50 पर बंद हुआ था।
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सितंबर 2023 में स्टॉक ₹672 के 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर पर था, यानी तब से यह लगभग 32% गिर चुका है।
ब्रोकरेज फर्मों का नजरिया
InCred Equities:
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डाबर इंडिया की घरेलू बिक्री में 5% की गिरावट की उम्मीद है।
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अंतरराष्ट्रीय कारोबार 9% की ग्रोथ दिखा सकता है।
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स्टॉक पर 'Add' रेटिंग दी है और ₹590 का टारगेट प्राइस रखा है।
IIFL Capital:
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कमोडिटी महंगाई के कारण एफएमसीजी कंपनियों का ग्रॉस मार्जिन प्रभावित होगा।
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डाबर का प्रदर्शन कमजोर रहने की संभावना है।
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कंपनी की राजस्व वृद्धि 3% YoY रहने की उम्मीद है।
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EBITDA (कमाई) ₹480.7 करोड़ और नेट प्रॉफिट ₹351.3 करोड़ रहने का अनुमान।
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फिर भी स्टॉक पर 'BUY' रेटिंग और ₹585 का टारगेट प्राइस रखा गया है।
Motilal Oswal:
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डाबर की 'Hommade' और 'Badshah' ब्रांड्स की कुकिंग प्रोडक्ट्स कैटेगरी अच्छा प्रदर्शन कर रही है और डबल-डिजिट ग्रोथ की उम्मीद है।
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भारतीय कारोबार में मिड-सिंगल डिजिट गिरावट देखी जा सकती है।
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अंतरराष्ट्रीय कारोबार में डबल-डिजिट ग्रोथ रहने की संभावना है।
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महंगाई और ऑपरेटिंग कॉस्ट बढ़ने से मार्जिन 150-175 बेसिस पॉइंट्स घट सकते हैं।
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फिर भी, डाबर पर 'BUY' रेटिंग बनाए रखी है।
निष्कर्ष
डाबर इंडिया को घरेलू बाजार में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी मजबूती बनी हुई है। ब्रोकरेज फर्में अभी भी स्टॉक पर सकारात्मक बनी हुई हैं, लेकिन शॉर्ट टर्म में यह दबाव में रह सकता है।
Disclaimer : उपरोक्त जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर ले हम किसी भी प्रकार के निवेश की सलाह यहां नहीं देते हैं
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