मंगलवार, 27 मई 2025

क्या रतनइंडिया के नतीजे निवेशकों के लिए चेतावनी हैं? जानिए Q4 रिपोर्ट

 

रतनइंडिया एंटरप्राइजेज के Q4 परिणाम: घाटे में बढ़ोतरी के बावजूद राजस्व में उछाल

रतनइंडिया एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी–मार्च 2025) के लिए अपने वित्तीय परिणाम जारी किए हैं। इस तिमाही के परिणामों में कंपनी ने एक तरफ़ राजस्व में तेज़ वृद्धि दर्ज की है, वहीं दूसरी ओर शुद्ध घाटा भी काफी बढ़ा है। यह मिश्रित प्रदर्शन कंपनी की रणनीतिक दिशा और भविष्य की योजनाओं की ओर संकेत करता है।

📈 प्रमुख वित्तीय आँकड़े

  • राजस्व में वृद्धि: कंपनी का चौथी तिमाही का परिचालन राजस्व ₹1,504.56 करोड़ रहा, जो कि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में लगभग 16% अधिक है। यह राजस्व वृद्धि कंपनी की संचालन क्षमता और बाजार में बढ़ती उपस्थिति को दर्शाती है।

  • शुद्ध घाटा: हालांकि, कंपनी को ₹356 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ है, जो कि पिछली तिमाही के ₹81 करोड़ से कहीं अधिक है। यह घाटा मुख्य रूप से उच्च लागतों और एकमुश्त खर्चों की वजह से हुआ।

  • ईबीआईटीडीए (EBITDA): पूरे वित्त वर्ष में कंपनी का EBITDA ₹149 करोड़ रहा, जो पिछले साल ₹93 करोड़ था। यह 60% की वृद्धि कंपनी की परिचालन दक्षता को दर्शाती है।

💼 संचालन और रणनीतिक पहल

कंपनी ने चौथी तिमाही में 10.7 करोड़ से अधिक ऑर्डर प्रोसेस किए और 1,000 से अधिक सक्रिय वेंडर्स के साथ काम किया। साथ ही, रतनइंडिया ने देशभर में 20,000 से अधिक पिन कोड्स तक अपनी सेवाएं पहुंचाईं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कंपनी ने लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी नेटवर्क में व्यापक विस्तार किया है।


rattanindia


कंपनी ने Sinnar Thermal Power Ltd (STPL) से संबंधित संपत्तियों को अपने खाते से बाहर किया है, जिससे उसे वित्त वर्ष में ₹10,666 करोड़ का एकमुश्त लाभ दर्ज करने में सहायता मिली।

📉 शेयर बाज़ार में प्रतिक्रिया

रतनइंडिया के शेयर परिणाम जारी होने के बाद 4% से अधिक गिरकर ₹46.50 पर आ गए। 2025 में अब तक इसके शेयर मूल्य में लगभग 28% की गिरावट दर्ज की गई है। वर्ष 2024 में इसका उच्चतम स्तर ₹92.10 रहा था, जबकि 2025 में यह ₹37.42 तक गिर चुका है।

🔍 निष्कर्ष

रतनइंडिया एंटरप्राइजेज के Q4 परिणाम इस बात का संकेत हैं कि कंपनी राजस्व वृद्धि की ओर बढ़ रही है, लेकिन बढ़ते घाटे और खर्चों पर नियंत्रण पाना अब एक बड़ी चुनौती बन चुकी है। आने वाले समय में कंपनी को अपने संचालन को और कुशल बनाते हुए लागत कम करने पर ध्यान देना होगा, ताकि यह मुनाफे की ओर लौट सके।

निवेशकों को चाहिए कि वे कंपनी की दीर्घकालिक रणनीतियों और आगामी तिमाहियों के प्रदर्शन पर नज़र रखें।

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