LIC हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (LIC Housing Finance Ltd - LIC HFL) ने हाल ही में वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के नतीजे जारी किए हैं। इस तिमाही में कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया है, खासकर शुद्ध लाभ, लोन बुक और एसेट क्वालिटी के मोर्चे पर। अगर आप स्टॉक मार्केट, हाउसिंग फाइनेंस सेक्टर या निवेश में रुचि रखते हैं, तो यह अपडेट आपके लिए बेहद उपयोगी है। इस ब्लॉग में हम आपको एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस के ताजा तिमाही परिणाम की पूरी जानकारी देंगे –
🔹 LIC Housing Finance Q1 FY26 Highlights:
➡ शुद्ध लाभ (Net Profit):
कंपनी का शुद्ध लाभ ₹1,360 करोड़ रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही ₹1,300 करोड़ की तुलना में लगभग 5% की बढ़ोतरी को दर्शाता है।
➡ कुल आय (Total Income):
कुल आय ₹7,233 करोड़ रही, जिसमें साल-दर-साल लगभग 7% की बढ़त देखने को मिली है।
➡ नेट इंटरेस्ट इनकम (NII):
कंपनी की नेट इंटरेस्ट इनकम ₹2,065.8 करोड़ रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 4% अधिक है।
➡ नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM):
NIM थोड़ी कम होकर 2.68% रही, जो पिछले साल 2.76% थी।
🔹 एसेट क्वालिटी में सुधार:
LIC Housing Finance ने अपने NPA स्तरों में सुधार दिखाया है।
- ग्रॉस NPA: 3.29% से घटकर 2.62%
- नेट NPA: 1.68% से घटकर 1.30%
यह सुधार बताता है कि कंपनी की ऋण वसूली प्रक्रिया सुदृढ़ हो रही है और डिफॉल्ट मामलों में कमी आ रही है।
🔹 लोन डिसबर्समेंट और पोर्टफोलियो:
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कुल ऋण वितरण (Total Disbursement): ₹13,116 करोड़
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होम लोन वितरण: ₹11,247 करोड़ (3% की बढ़ोतरी)
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प्रोजेक्ट लोन वितरण: ₹156 करोड़ (पिछले साल ₹521 करोड़ से गिरावट)
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कुल लोन पोर्टफोलियो: ₹3,09,587 करोड़ (साल-दर-साल 7% की वृद्धि)
यह आंकड़े बताते हैं कि कंपनी मुख्य रूप से घरेलू ऋण (home loans) पर ध्यान केंद्रित कर रही है और प्रोजेक्ट लोन में कम फोकस दिखा रही है।
🔹 मैनेजमेंट की टिप्पणी:
कंपनी के MD & CEO श्री त्रिभुवन अधिकारी ने कहा कि:
"ब्याज दरों में कटौती और प्रोसेसिंग फीस माफ करने के बावजूद होम लोन की मांग बहुत तेज़ नहीं रही, क्योंकि ग्राहक आगे और ब्याज दर घटने की उम्मीद कर रहे हैं।"
इस बयान से स्पष्ट होता है कि कंपनी ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कई पहल की हैं, लेकिन मार्केट में डिमांड थोड़ी धीमी रही है।
🔹 क्यों LIC HFL पर निवेशकों की नजर है?
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विश्वसनीय ब्रांड: LIC जैसी विश्वसनीय संस्था की सब्सिडियरी होने के नाते लोगों का विश्वास कंपनी में बना हुआ है।
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एसेट क्वालिटी में लगातार सुधार: लगातार घटते NPA स्तर कंपनी के मजबूत मैनेजमेंट को दर्शाते हैं।
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लोन पोर्टफोलियो में ग्रोथ: हर तिमाही में लोन बुक का विस्तार कंपनी की ग्रोथ को दिखाता है।
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मजबूत वित्तीय स्थिति: ₹7,200 करोड़ से अधिक की आय और ₹1,360 करोड़ का मुनाफा, कंपनी की मजबूती का सबूत है।
🔹 चुनौतियाँ भी हैं:
✔ ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव का असर लोन डिमांड पर पड़ता है।
✔ मार्जिन पर दबाव NIM को प्रभावित कर सकता है।
✔ प्रोजेक्ट लोन से दूरी से सेक्टरल विविधता में कमी।
🔹 निवेशकों के लिए सलाह:
अगर आप लॉन्ग टर्म निवेश की सोच रहे हैं, तो LIC Housing Finance जैसे स्टेबल और फंडामेंटली मजबूत कंपनी पर नज़र रखना फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें और कंपनी की आगामी तिमाही के प्रदर्शन पर भी नजर
🔚 निष्कर्ष:
एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस ने Q1 FY26 में अच्छा प्रदर्शन किया है। चाहे वह शुद्ध लाभ हो, लोन बुक का विस्तार हो या एसेट क्वालिटी – हर पहलू से कंपनी ने स्थिरता और विकास दोनों को दर्शाया है। बाजार की मौजूदा परिस्थितियों में कंपनी की रणनीति और प्रदर्शन भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत देता है।
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