शनिवार, 28 जून 2025

शेयर बाजार में इस हफ्ते की बड़ी चालें: कौन रहा हीरो, कौन जीरो

 साप्ताहिक शेयर बाजार अपडेट: 22 जून से 28 जून 2025 तक

शेयर बाजार ने इस सप्ताह निवेशकों को अच्छी खबर दी है। बीते सप्ताह, यानी 22 जून से 28 जून 2025 के बीच, भारतीय शेयर बाजार में मजबूती देखने को मिली। Nifty 50 और BSE Sensex दोनों ही प्रमुख इंडेक्स ने अच्छा प्रदर्शन किया। बाजार में यह तेजी मुख्यतः विदेशी निवेश, मजबूत वैश्विक संकेतों और वित्तीय एवं मेटल सेक्टर में खरीदारी के कारण आई।


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प्रमुख इंडेक्स का प्रदर्शन

Nifty 50 इस सप्ताह लगभग 2.1% की बढ़त के साथ 25,638 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि BSE Sensex ने लगभग 1,651 अंक की छलांग लगाकर 84,059 का स्तर छू लिया। यह लगातार चौथा सप्ताह था जब बाजार ने सकारात्मक रुख दिखाया।

तेजी के कारण

इस सप्ताह बाजार की मजबूती के पीछे कई कारण रहे:

  • वैश्विक संकेत: अमेरिकी डॉलर में कमजोरी और मिडल ईस्ट में तनाव में कमी ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया।

  • कमोडिटी मार्केट: कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने बाजार को सहारा दिया, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ा।

  • सेक्टर आधारित तेजी: खास तौर पर वित्तीय (banking & NBFC) और मेटल सेक्टर ने शानदार प्रदर्शन किया।

प्रमुख शेयरों की चाल

  • IndusInd Bank: इस बैंक के शेयरों में शुक्रवार को 2.6% की बढ़त देखी गई।

  • Hindustan Unilever: 0.7% की मामूली तेजी के साथ इसने सप्ताह का अंत किया।

  • Titan: इस सप्ताह यह शेयर थोड़ा पिछड़ा, 0.8% की गिरावट आई।

आईपीओ बाज़ार में हलचल

इस सप्ताह आईपीओ सेगमेंट भी काफी सक्रिय रहा। सबसे ज्यादा चर्चा HDB Financial Services के आईपीओ की रही, जो ₹12,500 करोड़ का है। इसे जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला और यह 16.7 गुना सब्सक्राइब हो चुका है। इसके अलावा, Pine Labs, Wakefit Innovations और Rayzon Solar जैसे बड़े नामों ने भी अपना आईपीओ लॉन्च या फाइल किया है।

संभावित जोखिम

हालांकि बाजार में तेजी दिख रही है, लेकिन कुछ खतरे भी बने हुए हैं:

  • Promoter selling: बीते दो महीनों में ₹1 लाख करोड़ से अधिक के शेयर प्रमोटरों और PE फर्मों द्वारा बेचे गए हैं, जिससे बाजार में अधिक सप्लाई का दबाव बन सकता है।

  • F&O expiry: डेरिवेटिव्स के महीने के अंत में एक्सपायर होने से आने वाले सप्ताह में वोलाटिलिटी बढ़ सकती है।

निष्कर्ष

कुल मिलाकर, भारतीय शेयर बाजार ने इस सप्ताह मजबूती दिखाई और निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न दिया। Nifty और Sensex दोनों में स्थिर बढ़त और सेक्टर आधारित मजबूती आने वाले समय में भी निवेशकों का भरोसा बनाए रख सकती है। हालांकि, बढ़ती वैल्यूएशन और प्रमोटर सेलिंग जैसे फैक्टर पर नज़र बनाए रखना जरूरी है।


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शुक्रवार, 6 जून 2025

RBI का तोहफा: लोन की ब्याज दरें होंगी कम, जानिए कैसे मिलेगा फायदा

 

आरबीआई ने घटाया रेपो रेट: आपकी ईएमआई अब होगी सस्ती

06 जून 2025, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने देश की आर्थिक स्थिति को मजबूती देने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है, जिससे अब रेपो रेट 6.00% से घटकर 5.50% हो गया है। यह इस साल की तीसरी कटौती है, जो कुल मिलाकर 100 बेसिस प्वाइंट की राहत दे चुकी है। 

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रेपो रेट क्या होता है?

रेपो रेट वह दर होती है जिस पर RBI बैंकों को अल्पकालिक ऋण देता है। जब रेपो रेट घटती है, तो बैंकों के लिए उधार लेना सस्ता हो जाता है, जिससे वे ग्राहकों को भी सस्ती दरों पर लोन देते हैं। इसका सीधा फायदा होता है आपकी EMI पर।


आरबीआई के फैसले की मुख्य बातें:

🔹 रेपो रेट: 6.00% से घटकर 5.50%
🔹 CRR (कैश रिज़र्व रेशियो): 4% से घटाकर 3%
🔹 नीतिगत रुख: ‘समायोजित’ से बदलकर ‘तटस्थ
🔹 FY26 के लिए मुद्रास्फीति अनुमान: 4% से घटाकर 3.7%
🔹 FY26 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान: 6.5% बरकरार


आपके लिए क्या मायने रखता है यह फैसला?

होम लोन सस्ते होंगे – ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद
ईएमआई कम होगी – मासिक खर्चों में राहत
ऑटो लोन और एजुकेशन लोन पर भी असर पड़ेगा
रियल एस्टेट और ऑटो सेक्टर में तेजी संभव


विशेषज्ञों की राय:

वित्त विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला भारत में खपत को बढ़ावा देगा और मंद पड़ती अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा का संचार करेगा। साथ ही, बैंकों के पास अधिक लिक्विडिटी होगी, जिससे वे ज्यादा ऋण दे सकेंगे।


निष्कर्ष:

RBI का यह कदम महंगाई को नियंत्रण में रखने और आर्थिक विकास को गति देने की दिशा में संतुलित निर्णय माना जा रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बैंक कितनी तेजी से इस कटौती का लाभ ग्राहकों तक पहुंचाते हैं।

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